First time sex: क्या पहली बार सेक्स करने से महिला प्रेग्नेंट हो सकती है?
हमारे समाज में सेक्स को लेकर कई तरह की बातें होती हैं, जैसे की पहली बार शारीरिक संबंध बनाने पर क्या लड़की प्रेग्नेंट हो सकती है? या प्रेगनेंसी के लिए कितनी बार सेक्स करना पड़ता है? तो इस तरह के कई सवाल आजकल युवा पीढ़ी में आते हैं।
आज भी लोग सेक्स को लेकर पूर्ण जागरूक नहीं है, बल्कि कई लोगों को तो यह भी नहीं पता है कि गर्भधारण के लिए कौन सा समय सबसे सही माना जाता है और कब महिला के प्रेग्नेंट होने के चांसेस सबसे ज्यादा होते हैं?
यह सब देखते हुए मॉमबेबी कॉर्नर ने इस आर्टिकल को लिखा है, आज हम इस लेख में आपको प्रेगनेंसी के बारे में जानकारी देंगे।
पहली बार सेक्स करने से क्या प्रेग्नेंट हो सकते हैं?
कई लोगों के साथ ऐसा होता होगा कि पहली बार ही शारीरिक संबंध बनाने पर महिला प्रेग्नेंट हो गई फिर लोगों के मन में इस तरह के सवाल आने लगते हैं कि क्या ऐसा हो सकता है?
हम आपको बता दे की, जी हाँ ऐसा बिलकुल हो सकता है यदि आप अपने पार्टनर के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाते हैं तो महिला के प्रेग्नेंट होने के चांसेस होते हैं फिर वह शारीरिक संबंध पहली बार हो या दूसरी- तीसरी बार हो। इसलिए गर्भधारण की संभावना को कम करने के लिए शारीरिक संबंध बनाते समय गर्भ निरोधक के अन्य तरीके या कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए।
पहले आप लोगों को प्रेगनेंसी के बारे में पूरा पता होना चाहिए कि प्रेगनेंसी कैसे होती है? महिला के प्रेग्नेंट होने के चांसेस सबसे ज्यादा कब होते हैं, तो आइए प्रेगनेंसी के बारे में जानते है।
महिला के शरीर में हर महीने अंडाशय से एक परिपक्व अंडा रिलीज होता है, जो लगभग 24 घंटे तक महिला के शरीर में जीवित रहता है। प्रेग्नेंसी के लिए महिला का अंडा और पुरुष का शुक्राणु का मिलना आवश्यक है। अंडाणु और शुक्राणु का संयोजन फेलोपियन ट्यूब में होता है, अगर शुक्राणु अंडे के संयोग में आ जाता है तो अंडा शुक्राणु के साथ निषेचित होता है और महिला प्रेग्नेंट हो जाती है। फिर प्रेगनेंसी की प्रक्रिया आगे बढ़ती है।
अगर किसी महिला को जल्दी से जल्दी प्रेग्नेंट होना है तो उसको अपना ओवुलेशन समय का पता होना अतिआवश्यक है, क्योकि महिला के ओवुलेशन समय में प्रेग्नेंट होने के चान्सेस सबसे ज्यादा होते है और अगर आपको अपना ओवुलेशन नहीं पता है तो आप अपनी पीरियड्स के 14 दिन के बाद रोज़ाना अपने पार्टनर के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाये क्योकि वो आपका ओवुलेशन टाइम होगा और आप जल्दी से जल्दी प्रेग्नेंट हो सकते है।
जैसा की हमने ऊपर बताया है की महिला के शरीर में हर महीने एक अंडाणु अण्डाशय से निकलता है फिर वह अंडा फेलोपियन ट्यूब के माध्यम से पूरे गर्भाशय में घुमता है फेलोपियन ट्यूब में यह 12 से 24 घंटे तक रहता है, अगर 12 से 24 घंटे में पुरुष के शुक्राणु का संयोग नहीं होता है तो यह पीरियड्स के रक्तश्राव में निकल जाता है। अगर अंडा पुरुष के शुक्राणु से मिल जाता है तो महिला प्रेगनेंट हो जाती है फिर निषेचित अंडा फेलोपियन ट्यूब के द्वारा गर्भाशय में आ जाता है।
फर्टिलाइजेशन यानी की निषेचन की प्रक्रिया एक महिला में ओवुलेशन के समय में होती है। संबंध बनाने के 5 मिनट के बाद भी गर्भधारण हो सकता है या इसमें 5 से 6 दिन भी लग सकता है। फर्टिलाइजेशन के 5 से 10 दिनों बाद इंप्लांटेशन (implantation) यानी प्रत्यारोपण होता है जब अंडा गर्भाशय की लाइनिंग तक पहुंच जाता है, तब वह भ्रूण बनने लगता है। फिर इस टाइम से गर्भावस्था की शुरुआत होती है।
महिला के प्रेगनेंसी के चांसेस सबसे ज्यादा उसके ओवुलेशन पीरियड पर होता है यह ओवुलेशन पीरियडक्या होता है इसके बारे में जानते हैं।
ओवुलेशन पीरियड क्या होता है?- Ovulation period
महिला के शरीर में हर महीने एक अंडा अण्डाशय (ovary) से निकलता है इस स्तिथि को ओवुलेशन कहा जाता है। यह प्रक्रिया हर महीने होती है। हर एक महिला का ओवुलेशन समय अलग अलग होता है। महिला का मासिक चक्र 28 या 30 दिनों का हो सकता है। महिला के मासिक चक्र के 14 दिन के बाद उसका ओवुलेशन टाइम शुरू हो जाता है।
जब एक महिला अपने ओवुलेशन समय पर होती है तो उसको शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा और दिनों से ज्यादा होती है। ओवुलेशन के 2 दिन पहले या ओवुलेशन के दो दिन बाद या तो आप अल्टरनेट डेज यानी कि 1 दिन छोड़कर रोज़ाना शारीरिक सम्बन्ध बनाते है तो महिला के प्रेग्नेंट होने के सबसे ज्यादा चांस होते हैं इसलिए महिलाओं को अपना ओवुलेशन समय ध्यान रखना चाहिए।
जब एक महिला अपने ओवुलेशन समय पर होती है तो उसको निम्नलिखित लक्षण अपने शरीर में दिखाई देने लगते हैं जैसे कि-
ओवुलेशन पीरियड के लक्षण
पेट में दर्द होना
सेक्स करने का अत्यधिक मन करना
सर्विक्स का खुल जाना
शरीर का तापमान बढ़ जाना
कमर में दर्द होना
ओवुलेशन की गणना कैसे करें?
ओवुलेशन की गणना एक महिला बहुत आसानी से कर सकती है, इसके लिए आप सबसे पहले लास्ट पीरियड की डेट को केलिन्डर में मार्क कर लीजिये। हर महिला का ओवुलेशन पीरियड अलग होता है क्योंकि हर महिला का पीरियड का लेंथ ऑफ साइकिल अलग अलग होता है, किसी का 26 दिन तो किसी का 28 तो किसी का 30, इस तरह से अलग अलग होता है। महिला के पीरियड्स के ख़त्म होने के 12वें और 14वें दिन से महिला का ओवुलेशन पीरियड शुरू हो जाता है।
बच्चे पैदा करने के लिए कितनी बार सम्भोग करना चाहिए?
ऐसा देखा जाता है कि किसी -किसी महिला के साथ पहली बार में ही प्रेगनेंसी का सपना पूरा हो जाता है और कुछ लोगो को प्रेगनेंसी के लिए 6 महीने से ऊपर भी लग जाता है। इसलिए अगर कोई कपल्स माँ -बाप बनने का सोच रहे है तो उनको अल्टरनेट डेज यानी कि 1 दिन छोड़कर- छोड़कर अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाना चाहिए या हफ्ते में दो से तीन बार सम्बन्ध बनाये इससे गर्भधारण की संभावना बढ़ती है।
महिला प्रेग्नेंट कब नहीं होती है?
महिला के पीरियड खत्म होने के 5 से 10 दिनों तक प्रेग्नेंट होने की संभावना लगभग 10 प्रतिशत होती है। ये संभावना कम जरूर होती है लेकिन हम ऐसा नहीं कह सकते है की ये संभावना 0 प्रतिशत होती है और जब महिला के पीरियड्स की डेट बिलकुल नज़दीक आने लगती है तो उस समय भी प्रेगनेंसी के चान्सेस 10 प्रतिशत हो जाती है पर हम यहाँ भी ये नहीं कह सकते है की ये संभावना 0 प्रतिशत है।
प्रेगनेंसी की संभावना सबसे ज्यादा ओवुलेशन पीरियड में होती है। महिला का मासिक चक्र 28 या 30 दिनों का होता है, मासिक चक्र के 14वें दिन महिला का ओवुलेशन पीरियड शुरू हो जाता है और ये पीरियड 4 से 5 दिन तक रहता है जिसमे महिला के प्रेग्नेंट होने की संभावना और दिनों से ज्यादा मात्रा में होती है।
अगर कोई महिला ओवुलेशन के 2 दिन बाद और 2 दिन पहले या रोज़ाना शारीरिक संबंध बनती है तो उसके प्रेग्नेंट होने के चांसेस सबसे ज्यादा होते हैं।
प्रेगनेंसी का पता तभी चलता है जब महिला के शरीर में एचसीजी हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है, इसके लिए आपके पीरियड जिस डेट में आने की संभावना होती है और पीरियड्स नहीं आता है तो आप उसके ठीक दूसरे दिन भी यह टेस्ट कर सकते हैं कि आप प्रेग्नेंट है या नहीं? वैसे तो प्रेगनेंसी शुरुआती लक्षण 6 से 14 दिन के बीच में ही दिखने स्टार्ट होते हैं।
अगर आप घर पर ही अपनी गर्भावस्था को पता करना चाहते हैं कि आप प्रेग्नेंट है या नहीं तो आप घर पर कुछ घरेलू उपाय करके पता कर सकते हैं कि आप प्रेग्नेंट है या नहीं तो आइए देखते हैं क्या घरेलू उपाय-
टूथपेस्ट टेस्ट
सुबह के पहले यूरिन को किसी सफ़ेद टूथपेस्ट में मिलाकर कुछ देर के बाद देखे, अगर उसमे बुलबुले बनने लगे और उसका रंग हल्का सा बदल जाये तो इसका मतलब हो सकता है की आप प्रेगनेंट है।
ब्लीच टेस्ट
ब्लीच मे अपना सुबह के पहले यूरिन को मिलाकर कुछ देर के बाद देखे अगर उसमे बुलबुले बनने लगे तो ये आपके प्रेगनेंसी का संकेत हो सकता है।
विनेगर टेस्ट
विनेगर में अपने यूरिन को मिलाकर कुछ देर के बाद देखे, अगर उसका रंग हल्का सा बदल जाये तो इसका मतलब हो सकता है की आप प्रेगनेंट है।
साबुन
साबुन में अपना सुबह के पहले यूरिन को मिलाकर कुछ देर के बाद देखे अगर उसमे बुलबुले बनने लगे तो ये आपके प्रेगनेंसी का संकेत हो सकता है।
पीरियड्स का मिस होना उल्टी आना मॉर्निंग सिकनेस बार बार टॉयलेटआना पेट में गैस का बनना स्तन में भारीपन होना इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग टेस्ट में बदलाव सिर दर्द मूड का बदलना
पीरियड के बाद कितने दिन तक प्रेग्नेंट हो सकते हैं?
पीरियड के बाद 12वें से 14वें दिन बाद महिला के प्रेगनेंसी के चांसेस सबसे ज्यादा माने जाते हैं, क्योकि पीरियड्स के14 दिन के बाद महिला का ओवुलेशन टाइम शरू हो जाता है और इस समय प्रेगनेंसी के चान्सेस 90 प्रतिशत होते है।
लड़कियां अपने ओवुलेशन के समय में प्रेग्नेंट हो सकती है यानी की साधारण भाषा में कहे तो पीरियड्स के 14 दिन के बाद महिला के प्रेगनेंसी के ज्यादा चांस होते है।