बड़ो के मुकाबले बच्चों की इम्युनिटी पावर बहुत कमज़ोर होती है, क्योकि वो अभी छोटे बच्चे होते है इसलिए वो जल्दी संक्रमित होते है और बीमार पढ़ जाते है। MomBaby Corner की माने तो बच्चो को फ्लू , संक्रमण से बचाने के लिए बच्चो के आहार में कुछ चीज़ो को शामिल करिये शायद आपके बच्चे का इम्युनिटी सिस्टम कुछ हद तक मजबूत होगा।
बच्चो की इम्युनिटी पावर बढ़ने वाले आहार
खट्टे फल
खट्टे फल जैसे निम्बू, संतरा, आवंला और अमरुद इत्यादि इन खट्टे फलो में उच्च मात्रा में विटामिन C पाया जाता है और ये फल इम्युनिटी पावर बढ़ाने में बहुत मददगार होते है। इसके अलावा खट्टे फल एंटी ऑक्सीडेंट से भी युक्त होते है इसलिए बच्चो के आहार में खट्टे फलो को शामिल करे और बच्चो की इम्युनिटी को बढ़ाये।
हरी पत्तेदार सब्जी
हरी पत्तेदार सब्जी जैसे पालक, ब्रोकली, फूलगोभी और पत्तागोभी इत्यादि इन सब्जियों में विटामिन उच्च मात्रा में पाया जाता है। हरी पत्तेदार सब्जी में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व अच्छी मात्रा में पाए जाते है इसके अलावा ये सब्जियां एंटी ऑक्सीडेंट से भी युक्त होती है इसलिए हम मम्मीज़ को अपने बच्चे के आहार में रोज़ाना हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना चाहिए जिससे बच्चे का इम्युनिटी पावर बढ़ेगा और मजबूत होगा।
कद्दू
कद्दू में विटामिन A और C अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा कद्दू में मैग्नीशियम और फोलेट भरपूर मात्रा में होता है इसलिए बच्चे के आहार में कद्दू को जरूर शामिल करे आगे पढ़िए –बच्चे को ठोस आहार कब से देना चाहिए?
मटर
मटर में विटामिन A और C अच्छी मात्रा में पाया जाता है और मटर एंटी ऑक्सीडेंट से भी युक्त होता है बच्चो के आहार में मटर शामिल करे और इम्युनिटी पावर को बढ़ाये।
दालें
आप अपने बच्चे के आहार में रोज़ाना दाल को शामिल करे, बच्चो को रोज़ाना एक कटोरी दाल जरूर पिलाये। दालों में उच्च मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन फाइबर, जिंक और फोलेट पाया जाता है जोकी बच्चे की इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाता है और बच्चो को बीमार नहीं होने देता है।
सूखे मेवे
ड्राई फ्रूट्स यानी सूखे मेवे जैसे -अखरोट, बादाम, काजू, पिस्ता, किशमिश, चिरोंजी, मूंगफली के दाने और अलसी के दाने में बहुत प्रोटीन, विटामिन और फाइबर पाए जाते है जो शरीर को हेल्दी रखने में मदद करते है और इम्युनिटी को भी बढ़ाते है।
हल्दी
हल्दी में करक्यूमिन तत्व होता है जिसमे एंटी ऑक्सीडेंट गुण होता है इसलिए बच्चो को दूध के साथ हल्दी मिलाकर देना चाहिए जिससे बच्चे की इम्युनिटी सिस्टम बढ़ती है हल्दी के बारे में और पढ़े।
दही
दही में जो बैक्टीरिया होता है वो बच्चो को हेल्दी (healthy) रखने में मदद करता है और बच्चो को कई बिमारियों से भी बचाता है इसलिए बच्चो को रोज़ाना दही खिलाये।
खुबानी (Apricot Fruit)
खुबानी बहुत पौष्टिक होता है इसमें विटामिन A, C और E पाया जाता है। खुबानी में मैग्नीशियम, पोटेशियम, नियासिन और फाइबर जैसे पौष्टिक तत्व पाए जाते है जो रोगो से लड़ने में मदद करते है।
बच्चो की इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए कुछ घरेलु उपाय
स्तनपान
अगर बच्चा 6 माह से छोटा है तो आप उसे सिर्फ और सिर्फ माँ का दूध ही दे, क्योकि माँ के दूध से बच्चे जल्दी बीमार नहीं पढ़ते है और संक्रमण से भी बचाता है। अगर किसी कारणवश माँ के दूध की सप्लाई कम हो रही है या नहीं हो रही है तो आप अपने डॉक्टर की सलाह ले सकते है। आगे पढ़े ब्रैस्ट फीड कैसे बढ़ाये?
साफ़ सफाई
आपको जरुरी है की आप जब भी खाना बनाये उससे पहले हाथो को अच्छी तरह से साफ़ कर ले और बच्चो को खाना खाने से पहले भी हाथ अच्छे से धुलाये। घर में साफ़ सफाई का माहौल बनाये जिससे बच्चे बीमार कम होंगे और इसके अलावा अगर आप बच्चो को कही बाहर घुमाने ले जा रहे है तो हैंड सैनिटाइज़र का प्रयोग जरूर करे।
भरपूर नींद
बच्चे को हमेशा भरपूर नींद लेने दे इससे बच्चे की इम्युनिटी पावर बढ़ेगी और बच्चा स्वस्थ महसूस करेगा।
रोज़ाना एक्सरसाइज
बच्चो को रोज़ाना छोटी मोटी एक्सरसाइज कराते रहना चाहिए जिससे बच्चा तंदुरस्त बना रहेगा और उसकी इम्युनिटी भी बढ़ेगी।
बच्चो में इम्युनिटी पावर कम होने के क्या लक्षण होते है
अगर आपके बच्चे की इम्युनिटी कमज़ोर है तो आपको अपने बच्चे में कुछ लक्षण दिखने लगेंगे जिससे आप पता लगा सकते हैं की आपके बच्चे की इम्युनिटी पावर कमज़ोर है। आइये देख़ते है वो क्या लक्षण है –
बच्चे का बार बार बीमार होना
बार बार पतली पॉटी आना
बुखार बना रहना
त्वचा से जुडी समस्या
बच्चे को कही बाहर घुमाने लेकर जाना और बच्चे का बीमार हो जाना
बच्चो की इम्युनिटी पावर कम होने के क्या क्या कारण हो सकते है आइये देखते है-
समय से पहले पैदा होने वाले बच्चे
जब कोई बच्चा समय से पहले पैदा हो जाता है जिसे हम प्रीमैच्योर बेबी (Premature Baby) भी बोलते है। इन बच्चो की इम्युनिटी पावर बहुत कमज़ोर होती है इसलिए प्रीमैच्योर बच्चे बहुत जल्दी बीमार यानी संक्रमित हो जाते है।
माँ का दूध न मिल पाना
माँ का दूध नवजात के लिए अमृत के सामान होता है। 0 से 6 माह तक बच्चे को सिर्फ माँ का दूध ही दिया जाता है, अगर किसी कारणवश माँ का दूध नहीं मिल पाता है तो ऐसे में बच्चे की इम्युनिटी पावर कमज़ोर होती है क्योकि माँ का दूध नवजात को सभी संक्रमण से बचाता है और बीमार नहीं होने देता है।