हमें अपने बच्चो को हिंदी वर्णमाला का ज्ञान जरूर करना चाहिए, क्योकि हिंदी हमारी मातृ भाषा है इसलिए जरुरी है की हम सबको हिंदी का ज्ञान हो। अगर हम भारत में रहते है तो हमें अपनी मातृ भाषा का पूरा ज्ञान होना चाहिए।
हिंदी वर्णमाला क्या है? Hindi Alphabet
वर्ण यानी अक्षरों के समूह को वर्णमाला कहते है। हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन से मिलकर बनी है, हमें पहले अपने बच्चो को स्वर और व्यंजन का ज्ञान करना चाहिए। हिंदी वर्णमाला में ५२ अक्षर होते है, जिसमे स्वर ११ होते है, व्यंजन ३३ होते है, संयुक्त व्यंजन ४ होते है, द्विगुण व्यंजन २ होते है, अनुस्वार या चंद्रबिंदु १ होता है और विसर्ग १ होता है। जोकि इस प्रकार से लिखे जायेगे –
स्वर –११
अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ.
व्यंजन –३३
क ख ग घ ङ
च छ ज झ ञ
ट ठ ड ढ ण
त थ द ध न
प फ ब भ म
य र ल व
श ष स ह
संयुक्त व्यंजन –४
क्ष त्र ज्ञ श्र.
द्विगुण व्यंजन – २
ड़ ढ़.
अनुस्वार या चंद्रबिंदु –१
अं (ं) या अँ (ँ).
विसर्ग –१
अः या (:).
स्वर
ऐसे वर्ण जिनको उच्चारण के लिए दूसरे किसी वर्ण की जरुरत नहीं होती है, ये स्वतंत्र रूप से बोले जाते है इन्हे स्वर कहते है। हिंदी वर्णमाला में स्वर यानी वॉवेल्स (vowels) की संख्या ११ होताी है।
स्वर के प्रकार
स्वर तीन प्रकार के होते है १. हस्व स्वर २. दीर्घ स्वर ३.प्लुत स्वर
हस्व स्वर
अगर किसी वर्ण के उच्चारण में बहुत कम समय लगता है तो हस्व स्वर कहते है। जैसे की अ इ उ.
दीर्घ स्वर
किसी वर्ण के बोलने में अगर थोड़ा अधिक समय और दो मात्रा होती है तो दीर्घ स्वर कहते है।जैसे की आ ई ऊ औ ए ऐ.
प्लुत स्वर
किसी वर्ण के उच्चारण में अगर हस्व और दीर्घ स्वर से ज्यादा समय लगे तो वो प्लुत स्वर कहलाते है। जैसे की बाप रे, हे भगवान.
व्यंजन
वह वर्ण जिनका उच्चारण स्वर के बिना नहीं होता है उनको हम व्यंजन कहते है। जैसे की उदहारण अ = क, च, थ + अ = च इत्यादि। हर एक व्यंजन अ से मिलकर बनता है। हिंदी वर्णमाला में व्यंजनों की संख्या ३३ होती है इनमे द्विगुण व्यंजन को जोड़ा जाए तो इनकी संख्या ३५ हो जाती है।
व्यंजन के प्रकार
व्यंजन ४ प्रकार के होते है स्पर्श व्यंजन अंतस्थ व्यंजन उष्म व्यंजन संयुक्त व्यंजन
स्पर्श व्यंजन
वे व्यंजन जिनको बोलने में जीभ का मुंह के किसी भी भाग को छूना जैसे कण्ठ, तालु, दन्त आदि के स्पर्श से होता है वे स्पर्श व्यंजन हैं।
क ख ग घ ङ च छ ज झ ञ ट ठ ड ढ ण त थ द ध न प फ ब भ म
अंतस्थ व्यंजन
अंतस्थ व्यंजन ४ होते है। य र ल व
उष्म व्यंजन
वे व्यंजन जिनको बोलने में गर्म हवा मुँह से निकलती है उन्हें हम उष्म व्यंजन कहते है। श ष स ह
संयुक्त व्यंजन
ऐसे व्यंजन जो दो या दो से ज्यादा व्यंजन से मिलकर बनते है उन्हें हम संयुक्त व्यंजन कहते है। क्ष त्र ज्ञ श्र
बच्चो को हिंदी वर्णमाला कैसे सिखाये?
चित्र के द्वारा
हमें हमारे बच्चो को हिंदी वर्णमाला बहुत सरल तरीके से सिखाना होगा, जैसे पहले बच्चो को स्वर की जानकारी दे फिर धीरे धीरे व्यंजन के बारे में बताये। जब आप अपने बच्चो को स्वर की जानकारी दे तो उन्हें किसी चित्र के द्वारा समझाए जैसे की आ से आम होता है तो आम का चित्र भी दिखाए, ई से इमली होती है तो इमली का चित्र दिखाए। इस तरह से अगर आप बच्चो को पढ़ाएंगे तो बच्चा बहुत जल्दी हिंदी वर्णमाला सीख जायेगा क्योकि बच्चो के दिमाग में चित्र तुरंत बैठ जायेगा जैसे ही वो आम देखेगा तो उसको तुरंत आ अक्षर याद आ जायेगा ऐसे ही आपका बच्चा जल्दी सीखेगा।
रंग बिरंगी किताबे दिखाए
अगर आप अपने बच्चो को रंग बिरंगी किताबे दिखाते है तो वो बहुत उतवाला होगा अक्षर पढ़ने के लिए क्योकि उसमे तरह तरह के रंग बिरंगे चित्र होंगे।
You Tube वीडियो
अगर आप हिंदी वर्णमाला का you tube में कोई वीडियो दिखाए तो बच्चा बहुत जल्दी सीखेगा क्योकि उसमे थोड़े कार्टून भी आ जाते है बच्चा खेल खेल में ही सीख जाता है।
एक्टिंग करे
आप बच्चो को जब भी पढ़ाये तरह तरह के मुँह बनाकर दिखाए। जैसे आम बोले तो थोड़ा डांस करे फिर बोले आम जिससे उसे थोड़ी हंसी आये और उसका मन लगने लगे खेल खेल में बच्चे बहुत कुछ सिख जाते है।