baby weight mombabycorner

बच्चे का वजन कैसे बढ़ाये? | Bacche ka wajan kaise badhaye?

हम अक्सर माताओं से सुनते है की हमारे बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा है,  हमारा बच्चा कुछ सही से नहीं खाता है, और उसका विकास भी सही से नहीं हो पा रहा है,  अगर दूसरे का बच्चा खाता है और वजन भी ठीक है तो हम सोचने लगते है की उसका बच्चा अच्छे से खाता होगा इसलिए वो वजन में सही दिख रहा है और हमारा बच्चा क्यों नहीं खा रहा है फिर माताओं के लिए ये चिंता का विषय  बन जाता है और चिंता करना भी सही है क्योंकि एक माँ के लिए उसका बच्चा ही उसकी जीवन भर की पूंजी होती है ।  

हेलो मम्मीज़,  पहले आप एक बात जान ले की हर बच्चे का वजन और विकास अलग अलग तरीके से बढ़ता है।  हम अपने बच्चे को किसी और बच्चे से तुलना नहीं कर सकते है क्योंकि हर बच्चा अलग होता है कुछ बच्चो का वजन धीरे धीरे बढ़ता है ।  अगर आपका बच्चा अच्छे से खेल रहा है और एक्टिव दिख रहा है तो कोई भी चिंता का विषय नहीं है। बच्चा एकदम ठीक है। अब आप  परेशान  बिलकुल मत हो क्योंकि अब आप बिलकुल सही प्लेटफार्म में आये  हो। आइये हम आपको इस लेख में बताते है की बच्चो का वजन कैसे बढ़ाये और आप उनके आहार में क्या क्या शामिल करे । 

अगर आपका बच्चा ० से ६ महीने का है तो वजन कैसे बढ़ाये ?

अगर आपका बच्चा ० से ६ महीने का है तो आप उसे ठोस पदार्थ नहीं दे सकते,  इसलिए आपको कुछ घरेलु नुश्खे अपनाने होंगे आपको बच्चे को रोज़ गुनगुने सरसो का तेल या कोई भी तेल से लेकर उसकी मालिश करनी है आपको मालिश दिन में २ से  ३ बार करनी है इससे नवजात शिशु का वजन बढ़ने में मदद मिलेगी। छोटे बच्चे की मालिश करना बहुत जरूरी होता है। रोजाना  मालिश करने से बच्चे के विकास और वजन  बढ़ने में मदद मिलती है। मालिश करने से बच्चा स्वस्थ रहता है और खून का सर्कुलेशन भी अच्छे से होता है , बच्चे की मासपेशियां भी मजबूत होती है । इसलिए हर मां को अपने बच्चे की रोजाना मालिश करनी चाहिए। 

अगर आपका बच्चा ० से ६ महीने का है तो आप उसे ठोस पदार्थ नहीं दे सकते, आप उसे स्तनपान (ब्रेस्टफीड) ही दे क्योंकि बच्चे को माँ के दूध से बहुत सारा पोषण  मिलता है।बच्चे को जरूरी पोषण माँ के दूध से मिलता है। ध्यान रहे की ० से ६ महीने के बच्चे को हर २ – २ घंटे में माँ का दूध मिलना चाहिए, और अगर माँ का दूध नहीं बनता है किसी कारण  से तो बाजार में बहुत सारे फार्मूला मिल्क आते है आप दे सकते है, पर फार्मूला मिल्क आप अपने डॉक्टर की सलाह से ही अपने नवजात शिशु को दे । अगर आप अपने बच्चे को फार्मूला मिल्क डॉक्टर की सलाह से दे रहे है तो याद रहे वो भी हर २ -२ घंटे में शिशु को मिलना चाहिए । बच्चे का पेट भरा होना चाहिए । माओं को भी जरुरी है की वो रोजाना ४ से ५ गिलास दूध पिए और पोष्टिक खाना ही खाये हरी पत्तेदार सब्जी खाये , मेवें (ड्राई फ्रूट्स) भी खाये। 

अगर आपका बच्चा ६ से १२ महीने का है ।

केला (Bananana):-

केले आप बच्चो के आहार में शामिल करे क्योंकि केले से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है।  केला में कार्बोहाइड्रेट,  पोटेशियम,  विटामिन  सी (vitamin C ) और B6 अच्छी मात्रा में मिलता है,  इससे बच्चे के वजन बढ़ने में सहायता मिलती है,  और केला आसानी से पच भी जाता है,  और आसानी से  बाजार में मिल भी जाता है ।  बच्चो को केला पसंद भी बहुत होता है बच्चे कुछ खाये या न खाये केले जरूर पसंद करते है इसलिए बच्चो के आहार में केला जरूर शामिल करे । आप केले का शेक या मैश करके भी बच्चो को दे सकती है। 

 केले का शेक कैसे बनाये:-

दो केले ले उसको छील कर मिक्सर में डाले और एक कप दूध और एक चम्मच्च चीनी मिलाये,  और सबको जार में लेकर पीस ले, और आप चाहे तो उसमे थोड़े मेवें (ड्राई फ्रूट्स) भी मिला सकते है फिर ये शेक बच्चो को पिलाये इससे बच्चे का वजन बढ़ने में मदद मिलेगी ।

शुद्ध देसी घी :-

गाये के शुद्ध देसी घी में बहुत प्रोटीन और बहुत सारा पोषण होता है, अगर आप बच्चे को दाल, खिचड़ी, रोटी,  सब्जी और हलवा में थोड़ा शुद्ध देसी घी डाल कर देते है तो इससे भी बच्चे के वजन बढ़ने में मदद मिलेगी । 

रागी :- 

रागी बहुत प्रोटीन युक्त होती है। अगर आपका बच्चा ६ महीने से ऊपर हो गया है तो आप बच्चे को रागी देना शुरू कर सकते है ये आसानी से पच भी जाता है, और रागी बहुत प्रोटीन युक्त और पौष्टिक होती है I  रागी में  कार्बोहाइड्रेट, मिनरल कैल्शियम , फाइबर और फैट अच्छी मात्रा में मौजूद होता है , जो बच्चो का जल्दी वजन बढ़ाने में मदद करेगा । रागी में एनर्जी भरपूर मात्रा में होती है इसको आप हलवा खिचड़ी या लप्सी बना कर बच्चो के आहार में शामिल कर सकते है । 

रागी का गीला हलवा कैसे बनाये :-

रागी को थोड़ा सा शुद्ध देसी घी में भून ले, जब उससे अच्छी सी महक आने लगे तो उसे एक प्लेट में निकाल ले और एक पैन में गुड़ या चीनी ले उसमे थोड़ा दूध डाले  और गरम करे और फिर उसमे रागी का भुना हुआ आटा थोड़ा सा डाल दे और अच्छी तरह से चलाये की उसमे लम्स न पड़े और उसमे कुछ मेवें (ड्राई फ्रूट्स) भी मिला सकते है। ये हलवा  बच्चे को खिलाये. इससे बहुत जल्दी बच्चे का वजन बढ़ेगा ।

दालों  में है बहुत प्रोटीन:-

दालों में बहुत प्रोटीन होता है, जब बच्चा छोटा होता है तो सबसे पहले हम बच्चो को दाल का पानी ही पिलाते है।  दालों मेंआयरन जिंक और मिनरल मौजूद होते है आप बच्चो को रोज़  अलग अलग तरह की दाल खिलाये इससे भी बच्चो का वजन बढ़ने में मदद मिलेगी।

दही :-

आप  बच्चो को थोड़ी मात्रा में दही रोजाना दोपहर में दे क्योंकि दही में कैल्शियम पोटैशियम,  विटामिन A,B,C,D  और E, आयरन और बहुत सारे पोषक तत्त्व पाए जाते है,  इससे बच्चे का वजन बढ़ने में मदद मिल सकती है । दही  में ऊर्जा की मात्रा भी पायी जाती है ।

मेवें (ड्राई फ्रूट्स):-

मेवें (ड्राई फ्रूट्स) में अच्छी मात्रा में एनर्जी पायी जाती है जो आपके बच्चे का वजन बढ़ने में मदद कर सकती है। आप ड्राई फ्रूट्स का पाउडर बनाकर भी बच्चो को दे सकते है या घी में भून कर भी दे सकते है ।

अवाकाडो (Awakado) 

अवाकाडो में फैट,  कार्बोहाइड्रेट और वसा पाए जाते है,  और अवाकाडो में बहुत विटामिन और मिनरल अच्छी मात्रा में पाए जाते है इसलिए आप इसको प्यूरी बना कर बच्चे के आहार में शामिल कर सकते है इससे भी बच्चे का वजन बढ़ने में  मदद मिलेगी ।

शकरकंद:-

शकरकंद में एनर्जी और कार्बोहाइड्रेट  की अच्छी मात्रा पायी जाती है, जो बच्चे के वजन को बढ़ाने में मदद करती है। शकरकंद में कैल्शियम पोटैशियम आयरन और मैग्नीशियम के साथ विटामिन-सी नियासिन व फोलेट और अन्य कई जरूरी विटामिन और पोषक तत्व भी इसमें भरपूर मात्रा में उपलब्ध रहते हैं जो बच्चे के विकास में लाभकारी माने जाते हैं। शकरकंद दिखने में आलू की तरह ही दीखता है, इसको भी आप आलू की तरह उबाल कर या दूध के साथ मैश करके बच्चो के आहार में शामिल कर सकते है । 

फलो का जूस :- 

अगर आपका बच्चा फल पसंद नहीं करता है तो आप अपने बच्चो को फलो का फ्रेश जूस बना कर दे, फलो के जूस में भरपूर मात्रा में एनर्जी विटामिन और मिनरल मौजूद होते है और जूस में शुगर की आवश्यक मात्रा पाई जाती है। इसलिये बच्चो को फ्रेश जूस जरूर दे ।

आलू :-

आलू में एनर्जी व कार्बोहाइड्रेट के साथ कुछ मात्रा में फैट भी होता है जो बच्चो के वजन को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा कैल्शियम मैग्नीशियम आयरन फास्फोरस और पोटैशियम के साथ इसमें विटामिन बी-६ और फोलेट भी मौजूद होते हैं इसलिये बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए आप आलू को भी इस्तेमाल में ला सकती हैं। आप आलू का भरता बनाकर या उसे उबालकर दूध में मैश करके भी दे सकते हैं। दाल सब्जी या खिचड़ी के साथ भी दे सकते है ।

अंडा :-

अंडा में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो बच्चे की मासपेशियां को मजबूत बनाता है। इससे बच्चों का वजन तो बढ़ता ही है, साथ ही यह बच्चों को अन्य जरूरी पोषक तत्व भी प्रदान करता है। 

कुछ बच्चों में अंडे से  एलर्जी भी हो सकती है। इसलिए, एक बार अंडा देने के बाद आप दो -तीन दिन तक इसके प्रभाव को अच्छे से देख  लें। उसके बाद ही इसे बच्चे के आहार में शामिल करें। अगर एलर्जिक प्रभाव दिखाई  देते है तो डॉक्टर से तुरंत मिले और सलाह लें।

पनीर:-

पनीर में कम वसा होती है। इसमें कैल्शियम फास्फोरस पोटेशियम और विटामिन भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है,  जो बच्चे के वजन बढ़ाने में मदद कर सकती है । पनीर के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर बच्चों को खाने में दे । लेकिन इसके इस्तेमाल में भी आपको तीन दिन के लिए एलर्जिक रिएक्शन वाला नियम पालन करने की आवश्यकता है। कुछ बच्चों में इसका उपयोग एलर्जी पैदा कर सकता है। 

कुछ बच्चों में पनीर से  एलर्जी भी हो सकती है। इसलिए, एक बार पनीर देने के बाद आप दो -तीन दिन तक इसके प्रभाव को अच्छे से देख  लें। उसके बाद ही इसे बच्चे के आहार में शामिल करें।

कैसे पता करे की नवजात शिशु का पेट भरा है या नहीं? |  Kaise pata kare ki nawjaat shishu ka pet bhara ya nahi

ये सवाल हर माँ के मन में जरूर आता होगा की हम शिशु को दूध तो दे रहे है पर शिशु का पेट भरा भी है या नहीं ऐसे में माँ क्या करे,  एक माँ होने के नाते आपका ऐसा सोचना बिलकुल सही है देखिये अगर आपका बच्चा दिन में ६ से ८ बार पेशाब कर रहा है की नहीं अगर वो ६ से ८ बार पेशाब कर रहा है तो इसका मतलब है की नवजात शिशु को सही से माँ का दूध मिल रहा है ।

बच्चे का वजन क्यों नहीं बढ़ता है और उपाय |Bacche ka wajan kyu nahi badhta hai aur uske liye kya kare 

बच्चे के खाने में पौष्टिक आहार की कमी

बच्चे के खाने में पौष्टिक आहार की कमी के कारण बच्चे का वजन और विकास सही से नहीं होता है,  इसलिए बच्चे के खाने में दही, दूध ,अंडा ,पनीर,दाल,  अवाकाडो,  रागी, शकरकंद , आलू , मेवें (ड्राई फ्रूट्स) को शामिल करे ।

बच्चे की साफ़ सफाई पर बहुत ध्यान देंना जरुरी है

बच्चे की साफ़ सफाई पर बहुत ध्यान देंना जरुरी है क्योंकि बच्चा ज़मीन से कई तरह के खिलोने उठाकर मुँह में डालता है, इससे बच्चा बीमार हो सकता है । याद रहे ज़मीन को २ से ३ बार दिन में साफ़ करे गन्दगी से भी बच्चा बीमार होगा और उसके विकास और वजन में भी फर्क पड़ेगा इसलिए साफ़ सफाई बहुत है जरुरी

पेट में कीड़े की वजह से भी वजन नहीं बढ़ता है

पेट में कीड़े की वजह से भी वजन नहीं बढ़ता है क्योंकि  बच्चा लगातार मिटटी में या गन्दी जगह में खेलता है कुछ भी मुँह में डालता है तो हो सकता है उसके पेट में कीड़े भी हो सकते है और अगर आपका बच्चा खाना अच्छे से खा रहा है पर शरीर में कुछ लग नहीं रहा है तो उसकी वजह कीड़े भी हो सकते है तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी होगी ।

बच्चो को अच्छी नींद लेने दे,

बच्चो को अच्छी नींद लेने दे,  अगर बच्चा अच्छे से सोता है तो उसका विकास होता है । बच्चा बड़ो के मुकाबले ज्यादा सोता है और उसे अच्छे से सोने दे अगर वो आधी नींद जग गया तो बच्चे की नींद पूरी नहीं हो पायेगी ऐसे में वो चिढ़चिढा हो जायेगा I इसलिए बच्चो को सही समय पर सुलाए इससे भी बच्चे का विकास और वजन बढ़ने में मदद मिलेगी ।

बच्चे को ज्यादा रोने ना दे

बच्चे को ज्यादा रोने ना दे , क्योंकि बच्चा ज्यादा रोने से चिढ़चिढा हो जायेगा । अगर आपका बच्चा बहुत रोता है तो हो सकता है उसके पेट में कीड़े भी हो सकते है ऐसे में डॉक्टर की सलाह ले ।

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
Scroll to Top