बच्चे को सर्दी-खांसी, जुकाम

बच्चे को सर्दी-खांसी, जुकाम आये तो क्या करे? | Bacche ko Sardi-Khansi, jhukam aye to kya kare?

बच्चे को सर्दी-खांसी और जुकाम हो जाये तो हम मम्मीज़ बहुत जल्दी घबरा जाते है। पर घबराये नहीं, बल्कि घरेलु नुस्खे अपनाये इससे आपका बच्चा जल्दी ठीक होगा। इसका कोई खराब असर (साइड इफ़ेक्ट ) भी नहीं होगा। हर टाइम हम बच्चे को अंग्रेजी दवा नहीं दे सकते पर घरेलु नुस्खे दीजिये।  आइये जाने घरेलु नुस्खे के बारे में अगर आपके बच्चे को सर्दी-खांसी और जुकाम हो जाये तो क्या करे?

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तरल पदार्थ:-

बच्चे को जितना हो सके उसे तरल पदार्थ ही दे। जैसे टमाटर का सूप या निम्बू मिलाकर गर्म पानी दे इससे बलगम बाहर निकलेगा। दिनभर में बच्चे को गुनगुना पानी दे।

लहसुन -अजवाइन की पोटली:-

लहसुन की दो तीन कलियाँ ले और दो चुटकी अजवाइन लेकर तवें में भून ले। इस मिश्रण को ठंडा करके एक कपडे में बांध कर पोटली जैसा बना ले। फिर उस पोटली को बच्चे के पास रख दे। इसकी खुशुबू से बच्चे की सर्दी-खांसी और जुकाम में मदद मिलेगी।

सरसो का तेल:-

आप सरसो का तेल ले और उसमे कुछ दो तीन कलियाँ लहसुन की डालकर गर्म कर ले। जब तेल थोड़ा गुनगुना हो जाये तो बच्चे की छाती पर हलके हाथो से मालिश करे। हो सके तो रात में सोने से पहले जरूर बच्चे की छाती पर मालिश करे इससे भी बच्चे को बहुत जल्दी आराम मिलेगा। बलगम  भी खुलेगा और निकल जायेगा। गुनगुने तेल से बच्चो को गर्मी मिलती है।

धूप:-

आप बच्चे को दिन में धूप भी दिखाए क्योंकि जब मौसम बदलता है तो बच्चे को सर्दी-खांसी, जुकाम हो जाती है। इसलिए धूप दिखानी बहुत जरुरी हो जाती है।

ब्रैस्टफीड वाली महिला ठंडी चीज़ न ले:-

अगर आप बच्चे को स्तनपान (ब्रैस्टफीड)  दे रही है तो आपको ध्यान रखना है की आपको कोई भी ठंडी चीज़ नहीं लेनी है।क्योंकि स्तनपान द्वारा पिए गए दूध से भी सर्दी-खांसी और जुकाम हो सकती है।

भांप:-

अगर आपके बच्चे के गले में बहुत बलगम आ रहा है तो उसके लिए आप बच्चे को भांप भी दे। इससे बच्चे को बहुत आराम मिलेगा। आप बाथरूम में गरम पानी चला दे और बाथरूम को बंद कर दे तो उससे बाथरूम में भांप बन जाती है। उसी बाथरूम में आप बच्चे को लेकर थोड़ी देर बैठ जाइये इससे भी बच्चे को भांप मिलेगी। बच्चे को काफी आराम भी मिलेगा।

शहद:-

बेबी को खांसी आये तो उसे एक चमच्च जैतून का तेल और इसके अलावा एक चमच्च शहद  दे। आपको बहुत जल्दी फर्क पता चलेगा छोटे बच्चे के लिए शहद खांसी में दवा का काम करता है। अगर आपका बच्चा एक साल से ऊपर है तो आप तुलसी के कुछ पत्ते ले उसमे अदरक का रस मिलाये और थोड़ा सा शहद मिलाकर बच्चे को दिन में दो बार दे तो इससे बहुत जल्दी फायदा मिलेगा। आपका बच्चा रात में अच्छे से सो पायेगा। शहद में प्राकृतिक मिठास होती है,  इसलिए हम बच्चो को चीनी न देकर शहद देना अच्छा मानते है।  शहद आयुर्वेद  में उपयोग किया जाता है।  इसलिए बच्चो को कोई खराब असर (साइड इफ़ेक्ट) नहीं होता है। बच्चे को शहद कब और किस उम्र में देना चाहिए अधिक जानकारी के लिए आप यहाँ क्लिक करे click here

हल्दी वाला दूध:-

जब बच्चो को सर्दी-खांसी और जुकाम या बलगम आये तो उसे हल्दी वाला दूध बना कर पिलाये। इसके लिए आप थोड़ा दूध लेकर गरम कर ले।  उसी गरम दूध में थोड़ी सी हल्दी मिला दे और गुनगुना कर के बच्चो को पिलाये। इसके सेवन से बच्चे का बलगम बाहर  निकलने में मदद मिलेगी। हल्दी से इम्युनिटी भी बढ़ती है इसलिए बच्चो के हर खाने में थोड़ी से हल्दी जरूर मिलाये। आइये जाने हल्दी के गुण।

हल्दी:-

हल्दी कई औषधीय गुणों से युक्त होती है। कई दवाइयों में भी हल्दी का प्रयोग किया जाता है। बच्चो को हॉर्लिक्स,  बोर्नबिटा की जगह हल्दी का दूध दे वो ज्यादा गुणकारी होगा।  हल्दी एंटीबायोटिक होती है।  अगर चोट लग जाए तो हल्दी को हल्का घी में भून कर उस जगह पर लगाए तो चोट जल्दी ठीक होती है। अगर आपका बच्चा 0-६ महीने का है तो उसको हल्दी न दे। क्योंकि 0- ६ महीने के बच्चे के लिए माँ का दूध ही सम्पूर्ण पोषण युक्त होता है। ६ महीने के बच्चे को सिर्फ माँ का दूध ही दे क्योंकि माँ का दूध ही बच्चे के लिए सर्वोत्तम आहार होता है।

बच्चे को सर्दी खासी जुकाम होने के कारण?:-

  • जब बच्चे बड़े हो रहे होते है तो उनको हर चीज़ पकड़ने की इच्छा होती है। ज़मीन में कोई भी चीज़ पड़ी हो बच्चे तुरंत उसे ज़मीन से उठा कर मुँह में डाल लेते है। ज़मीन से उठाई गई चीज़ो से विषाणु  (वायरस) उसके हाथो में आ जाते है। अगर वो उन उँगलियों को आंख में नाक में और कान में डालता है तो बच्चा बीमार पढ़ सकता है। इसके कारण से सर्दी खासी से ग्रसित हो सकता है।
  • अगर आपका बच्चा किसी ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क  में आता है जिसे सर्दी खासी है। वो व्यक्ति उस बच्चे के आस पास छींक रहा है तो बच्चे को सर्दी- खासी,  जुकाम हो सकता है।
  • आप घर में साफ़ सफाई कर रहे है और बच्चा वही है तो धूल मिट्टी से भी बच्चा बीमार हो सकता है।  सर्दी खासी जुकाम से भी ग्रसित हो सकता है।
  • सबसे ज्यादा सर्दी खासी जुकाम बच्चे को मौसम बदलने पर होता है। अगर सर्दी का मौसम आता है। सर्दी शुरूआत होने से पहले थोड़ा मौसम ठंडा होने लगता है तभी बच्चे को हवा लग जाती है। इसलिए अक्टूबर से ही बच्चे को  मोटे  कपडे पहनाना शुरू क्रर देना चाहिए।
  • जो महिला अपने बच्चे को स्तनपान (ब्रैस्टफीड) दे रही है। तो आपको ध्यान रखना है की आपको कोई भी ठंडी चीज़ जैसे बर्फ का पानी,  कोल्ड ड्रिंक , आइस क्रीम नहीं लेनी है।   

बच्चे को सर्दी खासी जुकाम होने पर डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

  • आपके बच्चे को सांस लेने में बहुत तकलीफ हो रही है तो आप उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाये।
  • अगर आपका बच्चा ३ महीने से कम का है और उसे १००.४°F या इससे ज्यादा  बुखार है तो उसे डॉक्टर के पास ले जाये।
  • आपका बच्चा ३ महीने से ऊपर है। बच्चे को १०२.२°F बुखार है तो तुरंत आप उसे डॉक्टर के पास ले जाये। ये भी ध्यान रखे की अगर बच्चे को सर्दी खासी जुकाम २ हफ्ते से ऊपर हो गया है। घरेलु नुस्खों से ठीक नहीं हो रहा है। बच्चे की हालत में पहले से सुधार नहीं है तो बच्चे को तुरंत नजदीकी डॉक्टर को दिखाना चहिये।
  • बच्चे को भूख भी नहीं लग रही या भूख कम हो रही है साथ में उल्टियां भी हो रही है। तो डॉक्टर से तुरंत मिले और बच्चे का इलाज करायेबच्चे की 

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