सभी महिलोयों के शरीर में हर महीने ओवरी से एक परिपक़्व अंडा रिलीज़ होता है इस समय को हम ओवुलेशन समय कहते है। ओवुलेशन समय हर महीने रिपीट होता हैं। ओवुलेशन का समय सभी महिलाओं का अलग अलग होता है। महिला का मासिक चक्र 28 या 30 दिनों का हो सकता है। जब एक महिला अपने ovulation period में होती है और अगर वो उस समय पुरुष के साथ रिलेशन बनाती है तो महिला के प्रेगनेंट होने के चान्सेस सबसे ज्यादा होते है क्योकि महिला ओवुलेशन के समय में ही प्रेगनेंट होती है।
प्रेगनेंसी का सही समय क्या होता है?
महिला को गर्भधारण करने के लिए उसको ओवुलेशन समय में होना जरुरी है, अगर कोई महिला माँ बनने का सपना रखती है तो उसको अपना ओवुलेशन समय भी पता होना जरुरी है। अगर महिला को अपना ovulation period पता है तो वो जल्द माँ बनने का सुख ले सकती है इसलिए हम कह सकते है की ओवुलेशन के समय में रिलेशन बनानां अत्यधिक जरुरी है।
किसी महिला का मासिक चक्र जिस दिन आता है उसके 14 दिन के बाद महिला का ओवुलेशन का समय शुरू हो जाता है, ये लगभग 4 से 5 दिन तक रहता है जैसे किसी महिला को मासिक चक्र 1 मई को आया तो 14 मई को उस महिला का ओवुलेशन शुरू हो जायेगा और अगर महिला 14 तारीख के 2 दिन पहले और 14 तारीख के दो दिन बाद तक रोज़ाना पुरुष के साथ रिलेशन बनाये तो 100 % प्रेगनेंसी के चान्सेस होते है।
ओवुलेशन का समय 4 से 5 दिन तक रहता है।ओवुलेशन के पहले दिन प्रेगनेंसी के 25% चान्सेस होते है और फिर 50 % चान्सेस होते है और एक दिन ओवुलेशन का ऐसा होता है जिसमे प्रेगनेंसी के 90 % चान्सेस होते है। इसलिए कहते है की ओवुलेशन के 2 दिन पहले और 2 दिन बाद तक रोज़ाना पुरुष से रिलेशन बनाये।
ओवुलेशन समय के लक्षण
अगर कोई महिला ओवुलेशन के समय में होती है तो उसको कुछ लक्षण दिखाई देते है जैसे की-
पेट में दर्द होना
सेक्स करने का अत्यधिक मन करना
सर्विक्स का खुल जाना
शरीर का तापमान बढ़ जाना
कमर में दर्द होना
थकान होना
योनि से गाढ़ा तरल पदार्थ निकलना
पेल्विक एरिया में दर्द
जी मिचलाना
ओवुलेशन कैलकुलेटर -सिर्फ 1 मिनट में निकले अपना ओवुलेशन समय
महिला अपनी पीरियड्स की डेट से 14 घटा दे तो ओवुलेशन का समय निकल आता है। साधारण भाषा में हम कह सकते है की महिला के मासिक चक्र के14 दिन बाद ओवुलेशन का समय होता है। जिसमे महिला के गर्भधारण की उम्मीद सबसे ज्यादा होती है। हमने अपने एक आर्टिकल में आपको ओवुलेशन कैलकुलेटर के बारे में बताया है ओवुलेशन कैलकुलेटर की अधिक जानकारी के लिए ओवुलेशन कैलकुलेटर
पीरियड्स डेट 30 May
ओवुलेशन का समय 30-14=16 जून
ओवुलेशन का समय 16 जून से शुरू होगा
ओवुलेशन के बाद गर्भधारण के लक्षण -ovulation ke baad pregnancy ke lakshan
जब कोई महिला ओवुलेशन के समय में प्रेगनेंट होती है तो उसको कुछ लक्षण दिखेंगे जैसे की-
इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग
बार बार पेशाब आना
पेट में गैस की समस्या
उलटी जैसा आना
पेट का फूला फूला रहना
कब्ज़ की समस्या
सर में दर्द का होना
स्तन में सूजन और दर्द होना
ब्लड प्रेसर का बढ़ जाना
मॉर्निंग सिकनेस होना
तनाव
ओवुलेशन पीरियड फॉर बेबी बॉय
आजकल ऑनलाइन बहुत application आ चुके है जिनकी मदद से आप अपना ओवुलेशन पीरियड निकाल सकते है। उसमे आपको अपना ओवुलेशन पीरियड की जानकारी हो जाएगी उसमे आप अपना अंतिम पीरियड की डेट डालेंगे तो वो आपकाओवुलेशन पीरियड बता देंगे और हमने आपको इस आर्टिकल ऊपर भी बताया है की कैसे ओवुलेशन समय निकाले। जब आपको अपना ओवुलेशन पीरियड पता चल जायेगा तो आप ओवुलेशन के 2 दिन पहले और 2 दिन बाद रोज़ाना पुरुष के साथ सम्बन्ध बनाये और जिस दिन ओवुलेशन का अंतिम दिन हो उस दिन जरूर सम्बन्ध बनाये क्योकि ओवुलेशन के अंतिम दिन में सम्बन्ध बनाने से बेबी बॉय की प्राप्ति हो सकती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
ओवुलेशन कितने दिन तक रहता है?
ओवुलेशन 4 से 5 दिन तक रहता है जिसमे एक दिन प्रेगनेंसी के चान्सेस बहुत ज्यादा होते है।
पीरियड्स के कितने दिन के बाद ओवुलेशन होता है?
पीरियड्स की डेट से 14 दिन बाद आपका ओवुलेशन समय शुरू हो जाता है।
पीरियड्स ख़त्म होने के कितने दिन बाद relation बनाना चाहिए?
महिला के पीरियड्स जिस दिन से शुरू हुए है उसके 14 दिन के बाद से रोज़ाना या एक दिन छोड़ कर सम्बन्ध बनाना चाहिए। पीरियड्स के 14 दिन के बाद प्रेगनेंसी के अत्यधिक चान्सेस होते है।
कैसे जाने गर्भ ठहर गया है?
अगर आपको बार बार पेशाब आ रही है, रोज़ाना जी मिचलाता है और पेट में गैस की भी समस्या हो रही है तो हो सकता है आप माँ बनने वाली है।