जब महिला प्रेगनेंट होती है तो उसके शरीर में कई तरह के हार्मोन्स में परिवर्तन होता है। जिससे महिला को प्रेगनेंसी के लक्षण पहले सफ्ताह से ही दिखने लगते है। जिसके बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बतायेगे तो आइये देखते है।
माँ बनना हर एक औरत का सपना होता है जब एक औरत माँ बनती है तब वो पूरी होती है। प्रेगनेंसी एक बहुत अच्छा एहसास है जब एक औरत प्रेगनेंसी प्लान कर रही होती है तो उसको कुछ बातो का ध्यान रखना चाहिए। जैस की प्रेगनेंसी कैसे होती है? इसका सही समय क्या है? हमने अपने आर्टिकल में प्रेगनेंसी की पूरी जानकारी दी है कृपया आप इस आर्टिकल को पढ़िए प्रेगनेंसी कैसे होती है?
प्रेगनेंसी के फर्स्ट वीक के लक्षण
पीरियड्स का मिस होना
वैसे तो अगर आप प्रेगनेंसी प्लान कर रही है और आपके पीरियड्स मिस हो जाते है तो हो सकता है की आप प्रेगनेंट हो। प्रेगनेंसी का सबसे शुरूआती लक्षण पीरियड्स का मिस होना होता है पर कभी कभी किसी और कारण से भी पीरियड्स मिस हो सकते है। इसका कन्फर्म आप प्रेगनेंसी टेस्ट किट के द्वारा कर सकते। प्रेगनेंसी टेस्ट प्रेगनेंसी टेस्ट किट के द्वारा कैसे करे? click here. पीरियड्स मिस होने के साथ साथ नीचे दिए गए कोई और भी लक्षण मिल रहे है तो ये प्रेगनेंसी का संकेत हो सकता है। आइये और भी लक्षण के बारे में जानते है।
उलटी आना या मॉर्निंग सिकनेस
प्रेगनेंसी में उलटी आना एक आम बात है। कुछ लोग इसे मॉर्निंग सिकनेस भी कहते है कुछ महिलाओं को गर्भधारण के कुछ हफ्तों के बाद उलटी यानी जी मिचलाना और चक्कर आना जैसी समस्याओं का सामना भी करना पढ़ सकता है। किसी किसी को तो पूरी नौ महीने तक उलटी की समस्या रहती है ऐसा जरुरी नहीं है की ये समस्या सभी महिलाओं को हो। यह समस्या गर्भावस्था के समय हार्मोन के घटने और बढ़ने के कारण होती है।
पेट फूलना
जब महिला गर्भधारण कर लेती है तो उसको अपना पेट फूला फूला और टाइट सा महसूस होने लगेगा। गैस की समस्या के साथ -साथ डकार भी बहुत आती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्भावस्था के समय महिलाओं के शरीर में हार्मोन में कुछ परिवर्तन होते हैं और कुछ नए हार्मोन्स में वृद्धि होने लगती है तो यह समस्या होती है।
ब्रैस्ट और निप्पल में दर्द का होना
गर्भधारण के बाद एस्ट्रोजेन हार्मोन्स का स्तर बढ़ जाता है और महिलाओं का स्तन में भारीपन आ जाता है। और निप्पल में चुभन और दर्द सा महसूस होने लगता है। निप्पल्स के आसपास के हिस्से जिसे एरोला कहा जाता है। और अगर आप अपने निप्पल्स देखेंगे तो हलके भूरे रंग की बजाय वो गाढ़ा भूरे रंग का दिखेगा। इससे भी आपको संकेत मिलता है की आप प्रेगनेंट हो सकती है।
शरीर का तापमान बढ़ना
प्रेगनेंसी में शरीर का तापमान इसलिए बढ़ता है क्योकि प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन्स की अधिकता होती है जिससे शरीर का तापमान बढ़ जाता है।
इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग (Implantation bleeding)
साइंटिस्ट(scientist) के अनुसार जब महिला गर्भधारण कर लेती है तो पहले सफ्ताह से लेकर चौथे सफ्ताह में पेट में हल्का सा दर्द महसूस होता है और थोड़ा सा ब्लीडिंग यानी रक्तस्राव होता है। इसे इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग कहते है कुछ लोग स्पॉटिंग भी बोलते है। कुछ महिलाये इसे पीरियड्स ही समझ लेती है उनको ये नहीं पता होता की ये गर्भधारण के शुरूआती लक्षण होते है आपको एक बात पता होनी चाहिए की पीरियड्स का जो रक्तस्राव होता है वो गाढ़ा लाल रंग का होता है जबकि इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग में जो रक्तस्राव होता है वो भूरे या गुलाबी रंग का होता है। इम्प्लांटेशन के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहाँ click here .
मूड स्विंग होना
गर्भधारण के बाद महिलाओं में मूड स्विंग होने लगता है क्योकि प्रेगनेंसी में महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोन्स बनते है। इसलिए शरीर में कई तरह के बदलाव होते है जैसे की मूड में उतार चढ़ाव होगा इसमें महिला कभी दुखी महसूस करेगी तो कभी अत्यधिक खुश दिखाई देगी और कभी कुछ खाने का मन होगा और हो सकता है 10 मिनट के बाद उसका वो खाने का मन न करे। अक्सर सभी महिलाओं में उनकी गर्भावस्था के समय व्यवहार में बदलाव काफी आम बात हैं।
सर दर्द
प्रेगनेंसी के शुरूआती दिनों में आपके साथ सर दर्द की समस्या हो सकती है और काफी थकान महसूस होगी। क्योकि प्रेगनेंसी में ब्लड सर्कुलेशन यानी रक्त प्रवाह ज्यादा होता है और हार्मोन्स का स्तर भी बढ़ता है इसलिए ये सब समस्याएं आती है।
यूरिन यानी पेशाब का जल्दी जल्दी आना
यूरिन का बार बार आना प्रेगनेंसी का एक मुख्य लक्षण है। ये लक्षण ज्यादातर महिलाओं को गर्भावस्था में होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन यानी रक्त प्रवाह बढ़ जाता है, जिससे आपकी किडनी अधिक मात्रा में तरल पदार्थ निकालने लगती है। इसलिए महिलाओं को इस समस्या का सामना करना पढता है।
आवश्यक बात
जब कोई महिला प्रेगनेंसी प्लान करती है और उसके पीरियड्स मिस होने के साथ साथ ऊपर दिए गए कुछ लक्षण भी दीखते है, तो आपको एक दो दिन तक ये लक्षण देखना है और अगर ये रोज़ हो रहे है तो हो सकता है की आपके लिए कोई गुड न्यूज़ (Good News) हो सकती है। इसलिए ऊपर दिए गए प्रेगनेंसी के लक्षण को नज़रअंदाज़ ना करे और डॉक्टर की सलाह ले और अपनी प्रेगनेंसी का आनंद ले।